बुलंद व्यक्तित्व , सरल स्वभाव यही खूबी है युवा इनेलो के जिलाध्यक्ष संदीप राणा की , जिन्होंने अम्बाला समाचार के प्रबंध सम्पादक तरनजीत सासन से अपनी राजनीतिक पारी पर चर्चा की...प्रस्तुत हैं बातचीत के कुछ अंश...
संदीप जी, राजनीति से आपका जुड़ाव कैसे हुआ ?
जी , समाज को नेतृत्व देने की लालसा मुझमें बचपन से थी जो पहली बार सन १९९६ में सार्वजानिक हुई जब मैंने डीएवी कालेज में इंटर में क्लास रिप्रेजेंटेटिव का चुनाव लड़ा और प्रचंड समर्थन हासिल किया...उसके बाद मेरी राजनीतिक पारी में नित नया स्कोर जुड़ता चला गया....फिर मैं अगले ही साल सर्वसम्मति से अनौपचारिक रूप से डीएवी कालेज छात्र संघ का अध्यक्ष बना....इसी सिलिसले में २००० में मुझे इनेलो युवा मोर्चा का जिला उपाध्यक्ष बनाया गया....इस बीच मैं चौधरी ओमप्रकाश चौटाला जी का विश्वास पात्र बन गया...जिसके फलस्वरूप मुझे युवा इनेलो के प्रदेश संयुक्त सचिव का पदभार सौंपा गया...जिसके बाद मैं प्रदेश कार्यकारिणी में महासचिव रहा व अब युवा इनेलो का जिलाध्यक्ष हूँ...
मौजूदा हालात में आप अपने संगठन की स्थानीय राजनीति में क्या भूमिका देखते हैं?
देखिये , इस समय देश-प्रदेश व स्थानीय स्तर पर उपयुक्त युवा नेतृत्व का अभाव है...समाज को इस समय राहुल गाँधी जैसे अखबारी नेताओं के बजाय भाई अजय चौटाला और भाई अभय चौटाला जैसे जमीनी ,आम लोगों से कन्धा मिलकर राजनीति करने वाले लोगों की जरूरत है....युवा इनलो को खड़ा करने का मूल लक्ष्य स्थानीय स्तर पर ऐसे ही युवा नेतृत्व को देना है,,,,मैं यहाँ नाम नहीं लेना चाहूँगा पर अम्बाला में अब तक सबसे युवा उम्मीदवार को विधानसभा में मौका देने का कीर्तिमान इनेलो के ही नाम है....
माना जाये आगामी विधानसभा चुनाव में इनेलो किसी युवा को टिकट थमा सकती है, संभवतः आपको ?
(हँसते हुए) जहाँ तक प्रश्न किसी युवा को अवसर देने का है तो क्यों नहीं ? हमारी पार्टी हर उपयुक्त दावेदार को जाँच परख कर टिकट देती है .यदि कोई युवा स्वयं को योग्य उम्मीदवार साबित कर सकता है तो उसे टिकट मिल सकती है...मेरी दावेदारी पर मैं साफ़ कर देना चाहूँगा कि हमारी पार्टी में निजी महत्वाकांक्षाओं को महत्व देने की परंपरा नहीं है....हम पार्टी व समाज की सेवा को अपना परम लक्ष्य मानते हैं...पार्टी को जहाँ ,जिस मोर्चे पर हमारी जरूरत होगी हम अपनी सेवाएं देंगे ,किसी राजनीतिक पद को लेकर न मेरी दावेदारी कभी रही , न है , न होगी.....
देखने में आ रहा है कि आप सदस्यता को लेकर बड़ा आक्रामक अभियान चला रहे हैं...
(मजाकिया लहजे में) सुनने में आ रहा है हमारे सदस्यता अभियान की सफलता को लेकर हमारे विरोधी सकते हैं...उनका दिन अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं से यह जाने -परखने में ही चला जाता है कि वे उनकी पार्टी में बने हुए हैं या नहीं..... लोगों का विश्वास ताऊ देवी लाल व चौधरी ओम प्रकाश चौटाला के कुशल नेतृत्व व भाई अजय -अभय चौटाला के युवा नेतृत्व में है ,यही कारण है कि हमें न तो विरोधी दलों की तरह समाचार की सुर्खियाँ बनने का स्वांग रचना पड़ा न ही कोई हवाई रणनीति बनानी पड़ी ...पार्टी की ठोस नीतियों के चलते आम लोग और युवा हमारी ओर खींचे चले आ रहे हैं....
युवाओं को आपका सन्देश?
एक ऐसी सरकार जिसके रहते में युवाओं का कोई भविष्य न हो ,बेरोजगारी उनकी नियति बन गयी हो उसके ताबूत में हर युवा आखिरी कील ठोंकेने की कोशिश में जुट जाए और इनेलो का हरा भरा राज लाने में अपना गिलहरी योगदान दे ,यही अपील करना चाहूंगा....अम्बाला समाचार इनेलो की तरह युवाओं व हरवर्ग की पहली पसंद बन जाए यही कामना करता हूँ...
संदीप जी, राजनीति से आपका जुड़ाव कैसे हुआ ?
जी , समाज को नेतृत्व देने की लालसा मुझमें बचपन से थी जो पहली बार सन १९९६ में सार्वजानिक हुई जब मैंने डीएवी कालेज में इंटर में क्लास रिप्रेजेंटेटिव का चुनाव लड़ा और प्रचंड समर्थन हासिल किया...उसके बाद मेरी राजनीतिक पारी में नित नया स्कोर जुड़ता चला गया....फिर मैं अगले ही साल सर्वसम्मति से अनौपचारिक रूप से डीएवी कालेज छात्र संघ का अध्यक्ष बना....इसी सिलिसले में २००० में मुझे इनेलो युवा मोर्चा का जिला उपाध्यक्ष बनाया गया....इस बीच मैं चौधरी ओमप्रकाश चौटाला जी का विश्वास पात्र बन गया...जिसके फलस्वरूप मुझे युवा इनेलो के प्रदेश संयुक्त सचिव का पदभार सौंपा गया...जिसके बाद मैं प्रदेश कार्यकारिणी में महासचिव रहा व अब युवा इनेलो का जिलाध्यक्ष हूँ...
मौजूदा हालात में आप अपने संगठन की स्थानीय राजनीति में क्या भूमिका देखते हैं?
देखिये , इस समय देश-प्रदेश व स्थानीय स्तर पर उपयुक्त युवा नेतृत्व का अभाव है...समाज को इस समय राहुल गाँधी जैसे अखबारी नेताओं के बजाय भाई अजय चौटाला और भाई अभय चौटाला जैसे जमीनी ,आम लोगों से कन्धा मिलकर राजनीति करने वाले लोगों की जरूरत है....युवा इनलो को खड़ा करने का मूल लक्ष्य स्थानीय स्तर पर ऐसे ही युवा नेतृत्व को देना है,,,,मैं यहाँ नाम नहीं लेना चाहूँगा पर अम्बाला में अब तक सबसे युवा उम्मीदवार को विधानसभा में मौका देने का कीर्तिमान इनेलो के ही नाम है....
माना जाये आगामी विधानसभा चुनाव में इनेलो किसी युवा को टिकट थमा सकती है, संभवतः आपको ?
(हँसते हुए) जहाँ तक प्रश्न किसी युवा को अवसर देने का है तो क्यों नहीं ? हमारी पार्टी हर उपयुक्त दावेदार को जाँच परख कर टिकट देती है .यदि कोई युवा स्वयं को योग्य उम्मीदवार साबित कर सकता है तो उसे टिकट मिल सकती है...मेरी दावेदारी पर मैं साफ़ कर देना चाहूँगा कि हमारी पार्टी में निजी महत्वाकांक्षाओं को महत्व देने की परंपरा नहीं है....हम पार्टी व समाज की सेवा को अपना परम लक्ष्य मानते हैं...पार्टी को जहाँ ,जिस मोर्चे पर हमारी जरूरत होगी हम अपनी सेवाएं देंगे ,किसी राजनीतिक पद को लेकर न मेरी दावेदारी कभी रही , न है , न होगी.....
देखने में आ रहा है कि आप सदस्यता को लेकर बड़ा आक्रामक अभियान चला रहे हैं...
(मजाकिया लहजे में) सुनने में आ रहा है हमारे सदस्यता अभियान की सफलता को लेकर हमारे विरोधी सकते हैं...उनका दिन अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं से यह जाने -परखने में ही चला जाता है कि वे उनकी पार्टी में बने हुए हैं या नहीं..... लोगों का विश्वास ताऊ देवी लाल व चौधरी ओम प्रकाश चौटाला के कुशल नेतृत्व व भाई अजय -अभय चौटाला के युवा नेतृत्व में है ,यही कारण है कि हमें न तो विरोधी दलों की तरह समाचार की सुर्खियाँ बनने का स्वांग रचना पड़ा न ही कोई हवाई रणनीति बनानी पड़ी ...पार्टी की ठोस नीतियों के चलते आम लोग और युवा हमारी ओर खींचे चले आ रहे हैं....
युवाओं को आपका सन्देश?
एक ऐसी सरकार जिसके रहते में युवाओं का कोई भविष्य न हो ,बेरोजगारी उनकी नियति बन गयी हो उसके ताबूत में हर युवा आखिरी कील ठोंकेने की कोशिश में जुट जाए और इनेलो का हरा भरा राज लाने में अपना गिलहरी योगदान दे ,यही अपील करना चाहूंगा....अम्बाला समाचार इनेलो की तरह युवाओं व हरवर्ग की पहली पसंद बन जाए यही कामना करता हूँ...
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